स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर को अपना आदर्श मानने वाली कीर्ति भट्ट कोटा निवासी डॉ. गोपाल कृष्ण भट्ट आकुल की बेटी हैं. इनकी शिक्षादीक्षा कोटा में ही हुई और 2003 में उनका विवाह लंदन हो गया. आज वे अपने परिवार के साथ लंदन में स्थाई रूप से बस गई हैं. पुष्टिमार्गीय सम्प्रदाय से पारिवारिक सम्बंध होने से शास्त्रीय संगीत के गुण उन्हें जन्मजात मिले हैं. लोगों ने अपनी टिप्पणी में इसे गॉड गिफ्ट माना है. कई स्थानों पर तो टिप्पणी में लोगों ने कहा है कि कहीं कहीं लता जी की झलक उनके गायन में मिलती है.
आज कुछ गीतों को प्रस्तुत करते हुए हर्ष अनुभव कर रहा हूँ. लीजिए उनकी कुछ लिंक व एम्बेडड विस्तार आप
को सुनने को विवश करेगा-
ये दिल और उनकी निगाहों के साये (फिल्म - प्रेम परबत),
माई री मैं कासे कहूँ पीर अपने पिया की माई री (फिल्म - दस्तक) और
जाओ रे जोगी तुम जाओ रे (फिल्म- आम्रपाली) के गाये गीत और शास्त्रीय संगीत में ''ये समा समा है प्यार का '' और ''मधुबन में राधिका नाचे रे '' सर्वाधिक पसंद किये जाने वाले गीतों में हैं. आप भी आनंद लीजिए.कराओके की दुनिया में कीर्ति की सफलता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि उनके गाये अपने हिस्से के साथ कराओके के सैंकड़ों गीतों को अनेक कराओके गायक गायिकाओं ने सोलो, ड्येट गीत गाये हैं और अभी भी अपने पसंद करने वालों की फरमाइश पर वह कई गीत रिकॉर्ड कर रही हैं. अपनी प्रोफाइल
Kitty_Bhatt पर उनके गाये हर गीत अनेक गायक/गायिकाओं के साथ गाये उपलब्ध हैं. 2020 साल के आरंभ में Smule ने अपने Wordpress Blog में एक विशेष पोस्ट कीर्ति पर जारी किया जिसमें उन्होंने कीर्ति के गाये राजस्थानी गीत, सूफियाना गीत और कुछ खूबसूरत फिल्मी गीतों को सम्मिलित किया है. आप भी आनंद लें-
Kirti Bhatt : A beautiful voice of Rajasthan
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