दाक्षिणात्य
वैल्लनाडु ब्राह्मण समाज की त्रैमासिक पत्रिका 'तैलंगकुलम्' द्वारा समाज के कार्टून चितेरों के बारे में
उनके कला और संस्कृति के क्षेत्र में उनके योगदान को दिग्दर्शित करती यह पुस्तक
एक मील का पत्थर है। समाज के ही नहीं देश के नामचीन राजनीतिक कार्टूनिस्ट सुधीर
तैलंग इसी कुल के कुलावतंस हैं। तैलंगकुलम द्वारा प्राकाशित यह पुस्तक उनका पहला
विशेष संस्करण है। इसमें सुधीर गोस्वामी, क्षीरज तैलंग, अनूप गोस्वामी, सुशील गोस्वामी के अलावा समाज का कार्टून कला
में अवदान आदि विषयों को समेटे यह 16 पृष्ठीय अनुपम संग्रह है।
तैलंगकुलम्, जयपुर से साभार।