गुरुवार, 27 अक्तूबर 2011

छोटे महाप्रभुजी मंदि‍र में अन्‍नकूटोत्‍सव

कोटा। महावीर नगर द्वि‍तीय स्थित छोटे महाप्रभुजी में अन्नकूटोत्सव सोल्लास मनाया गया। सवेरे गोवर्धनपूजा में गि‍रि‍राजजी का दुग्धाभि‍षेक कि‍या गया और बाद में प्रभू ने अन्नकूट अरोगा। परम्परानुसार अन्नकूट में छत्तीस सामग्री तैयार की गयी थीं। पुष्टिय‍मार्गीय सम्प्रादाय के मंदि‍रों में भगवान् श्री कृष्ण के बाल स्वरूप में ब्रज की लीलाओं को पोषि‍त कि‍या जाता है, इंद्रदमन लीला के बाद गोवर्धन पर्वत की तलहटी में ब्रज में ग्वाल बाल सहि‍त पूरे कुनबे के साथ भोजन के लि‍ए मंदि‍रों में ‘कुनवाड़ा’, ब्रज के तीर्थ बरसाने में छप्पन कटोरा स्थान पर राधारानी के पि‍ता वृषभान जी ने राधा के साथ श्री कृष्ण के वि‍वाह के सुअवसर पर भोजन दि‍या था वह छप्पन भोग के नाम से प्रख्यात है और मंदि‍रों में उसी परम्परा को नि‍भाते हुए मंदि‍रों में शरदोत्सव स्वरूप कुनवाड़े और छप्प्नभोग के मि‍ले जुले स्वरूप में अन्नोकूटोत्सव मनाया जाता है, जि‍समें गोवर्धनपूजा भी होती है, जो गोवंश के संरक्षण के संकल्प का द्योतक है और अन्नकूट में छत्तीस प्रकार की सामग्री का प्रचलन भी है। सवेरे 10 बजे अन्नकूट के दर्शन खोले गये। दर्शनार्थि‍यों ने अन्नकूट के दर्शन का लाभ उठाया। मंदि‍र की अध्यक्षा गोस्वा‍मी रेणुका बहुजी अस्व्स्थ होने के कारण मथुरा से नहीं पधार सकीं, महावीर नगर स्थि‍‍त उनकी पुत्री ब्रजप्रि‍या बेटीजी ने अन्नकूट की सेवा की। उन्होंने सामग्री के बारे में बताया कि‍ छत्तीस सामग्रि‍यों में सखरी, अनसखरी, फल, दूधघर और सूखे मेवों का भोग लगाया जाता है। सर्दी के कारण प्रभू हटड़ी में बि‍राजते हैं। शरद ऋतु खूब खाने पीने और पहनने का मौसम है, इसलि‍ए इसमें सबसे पहले प्रभू को अर्पि‍त कि‍या जाता है, तत्पश्चात् पूरे शरदकाल में सब खूब खाओ। बाल स्वरूप के मनुहार में सभी प्रकार की सामग्री ऋतु के आरंभ में प्रभू को अरोगाई जाती हैं।
अन्नकूट में सखरी में चावल को कोट, सभी प्रकार की मौसमी सब्जियाँ जैसे, मेथी, पालक, बैंगन, आलू आदि‍, दालें, कढ़ी, पाँच प्रकार के भात, पगी हुई अर्थात अनसखरी में मि‍ठाइयाँ जैसे गुंझि‍या, मेवाबाटी, ठौर, मठड़ी, दीवला, घेवर, बाबर, बूरा बुरकी, लौंगवटी, कोट पर सजाने के लि‍ए शंख, चक्र, गदा, पद्म और शि‍खर, चार पाँच प्रकार के लड्डू, मैसू पाक, मोहनथार, आदि‍, फलों में मौसमी फल जैसे सीताफल, सिंघाड़ा, केला, सेब, अनार और सूखे मेवे में काजू, बादाम, दूधघर में काजू कतली, बादाम पाक, गि‍री पाक, माखन-मि‍श्री, मेवाबाटी आदि‍ का भोग लगाया गया।

बुधवार, 28 सितंबर 2011

सान्‍नि‍ध्‍य सेतु: शक्ति की अधि‍ष्‍ठात्री देवी माँ दुर्गा

सान्‍नि‍ध्‍य सेतु: शक्ति की अधि‍ष्‍ठात्री देवी माँ दुर्गा: अश्‍वि‍न मास के शुक्ल पक्ष के शुरुआती नौ दि‍न भारतीय संस्कृति‍ में नवरात्र के नाम से शक्ति‍ की पूजा के लि‍ए नि‍र्धारि‍त है इन दि‍नों शक्ति ‍...

रविवार, 11 सितंबर 2011

सान्निध्य: गत एक वर्ष में राष्ट्रूभाषा हिंदी ने क्या खोया क्य...

सान्निध्य: गत एक वर्ष में राष्ट्रूभाषा हिंदी ने क्या खोया क्य...: 14 सि‍तम्‍बर हि‍न्‍दी दि‍वस है। आइये उस दि‍न को कुछ खास अंदाज़ में मनायें। संकल्‍प लें। हि‍न्‍दी की एक कवि‍ता लि‍खें, एक वाक्‍य लि‍खें, बच्...

शनिवार, 3 सितंबर 2011

रविवार, 28 अगस्त 2011

नन्‍दोत्‍सव पर पलना झूले लालन


23 अगस्‍त। छोटे महाप्रभुजी के चरण पादुका के साथ मदन मोहनजी का नि‍ग्रह स्‍वरूप सहि‍त बाल लालन स्‍वरूप ने पलना झूला। इससे पूर्व रात्रि‍ को 12-01 पर पंचामृत करवाये गये और श्रम भोग लगाया गया। सवेरे आठ बजे पलना के दर्शन करवाये गये।

सान्‍नि‍ध्‍य सेतु: कौन बनेगा करोड़पति‍ कार्यक्रम में 'बि‍ग बी' ने सुन...

सान्‍नि‍ध्‍य सेतु: कौन बनेगा करोड़पति‍ कार्यक्रम में 'बि‍ग बी' ने सुन...: कोटा : 15 अगस्त से सोनी टीवी पर प्रारम्भ हुए चर्चित कार्यक्रम “कौन बनेगा करोडपति” मेँ कार्यक्रम के स्टार संचालक अमिताभ बच्चन ने कोटा के कवि...

गुरुवार, 5 मई 2011

जयपुर में समाज की निर्देशिका 'वयम्-एक' का लोकार्पण जयपुर में 29 मई 2011 को

कोटा। जयुपर में तैलंग समाज की निर्देशिका 'वयम्-एक' का लोकार्पण 29 मई 2011 को एक भव्‍य समारोह में आयोजित किया जा रहा है। लोकार्पण समारोह में समाज के वरिष्‍ठ कर्मठ कला, साहित्‍य, संस्‍कृति और संगीत से जुडे़ लोगों को सम्‍मानित किया जाएगा। निर्देशिका के सम्‍पादक एवं 'तैलंग कुलम्' के महासचिव श्री भानुस्‍वरूप गोस्‍वामी ने पत्र द्वारा जानकारी दी कि समाज की महान् विभूतियों यथा व्‍यंग्‍य विधा व बाल साहित्‍य के सशक्‍त हस्‍ताक्षर भोपाल के श्री हरिकृष्‍णजी तैलंग,बीकानेर के दर्शन व साहित्‍य के मूर्द्धन्‍य श्री प्रकाश जी परिमल, जयपुर के तमाशा लोकनाट्य व हवेली संगीत के धुरंधर श्री गोपीजी भट्ट, जयपुर के संस्‍कृत-हिन्‍दी साहित्‍य,भाषा व संस्‍कृति के कलानिधि देवर्षि श्री कलानाथ जी शास्‍त्री और ध्रुपद संगीत के उद्भट श्री लक्ष्‍मण भट्ट तैलंग को इस समारोह में सम्‍मानित किया जाएगा।
पत्र में उन्‍होने निर्देशिका के लिए सहयोग राशि दे कर निर्देशिका प्राप्‍त करने के लिए विनम्र सहयोग की भी अपील की है।
उन्‍होने कोटा के सभी समाज बंधुओं से आग्रह किया है कि वे सीधे ही समाज की निर्देशिका 'वयम्-एक' प्राप्‍त करने के लिए सम्‍पर्क करें और वांछित सहयोग राशि उन्‍हें भिजवा कर निर्देशिका प्राप्‍त करें। निर्देशिका एक साथ राशि एकत्रित कर भिजवा कर प्राप्‍त की जा सकती है, अथवा व्‍यक्तिगत भी।
निर्देशिका प्राप्‍त करने का पता है- 13, गायत्री नगर, सोडाला, जयपुर-302006। 54 /151 देवर्षि सदन, पंचवटी मार्ग, मानसरोवर, जयपुर-302020, दूरभाष 0141-2450971, 2784689 मोबाइल-9414440997, 9414770324। ईमेल- tailongbandhu@gmail.com tailongkulam@gmail.com