तैलंगकुलम् का अक्टूबर 16 अंक |
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प्रतिभा-सम्मान:
1- राजस्थान एवं अन्य राज्यों के बोर्डों की दसवीं एवं बारहवीं परीक्षाओं वर्ष 2016 में 75 प्रतिशत या अधिक अंक लाने वाले मेधावी छात्र-छात्राएं मार्क्स-शीट की प्रमाणित प्रति एवं पासपोर्ट साइज की दो नवीनतम फोटो (एक समाचार-पत्र के लिए और दूसरी प्रमाणपत्र पर चिपकाने के लिए) भिजवाएं।
2-सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ़ सेकेन्डरी एजुकेशन(सी०बी०एस०इ०) की परीक्षाओं वर्ष 2016 में ए-प्लस या इससे ऊँची रैंक लाने वाले मेधावी छात्र-छात्राएं मार्क्स-शीट की प्रमाणित प्रति एवं पासपोर्ट साइज की दो नवीनतम फोटो (एक समाचार-पत्र के लिए और दूसरी प्रमाणपत्र पर चिपकाने के लिए) भिजवाएं। कृपया अपना मोबाइल/टेलीफोन नम्बर सूचित करें।
विशेष:
समाज के वरिष्ठ सदस्य श्री गणेश बल्लभ गोस्वामी ने 2015 से अत्यन्त मेधावी छात्र-छात्रा को अपने माता-पिता की स्मृति में भगवती देवी-श्री ऋषिकेश गोस्वामी शिक्षा पुरस्कार देने की घोषणा की है जिसके अन्तर्गत उनके द्वारा प्रति वर्ष 10000 रू. की राषि बतौर नकद पारितोषिक प्रदान की जाती है। इस बार क्षेत्रीय बोडर््स एवं केन्द्रीय बोर्ड की दसवीं व बारहवीं की परीक्षा में तीनों फेकल्टियों (आर्ट्स, कॉमर्स एवं विज्ञान) में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्षन करने वाले (कुल 6) तथा इन जनरल ओवरआल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्रा को (कुल 2) को 1100 रू. प्रति छात्र नकद प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
प्रविष्टि की अन्तिम तिथि तथा पता
प्रविष्टि 10 अक्टूबर, 2016 को सायं 5 बजे तक ‘अनुष्टुप, 13, गायत्री नगर, सोडाला, जयपुर-302006 अथवा 54/151, देवर्षि सदन, पंचवटी मार्ग, मान सरोवर, जयपुर-302020 के पते पर भिजवाएं। विलम्बित प्रविष्टियां अस्वीकार्य होंगी। कृपया अपना मोबाइल/टेलीफोन नम्बर सूचित करें।
विद्वज्जन सम्मान :
समाज द्वारा इस वर्ष साहित्य, संगीत और दृष्यकला (चित्रकला, रंगमंच, सिनेमा आदि) के क्षेत्र में विशिष्ठ अवदान करने वाले व्यक्तियों का सम्मान किया जाएगा। यह सम्मान विषय विषेषज्ञों की अध्यक्षता में गठित समिति के चयन के आधार पर किया जाएगा। पुरस्कार की निम्न केटेगरीज होंगी: -
लाइफ टाइम एचीवमेन्ट अवार्ड, 2016:
साहित्य, संगीत और दृष्यकला (चित्रकला, रंगमंच, सिनेमा आदि) के क्षेत्र में कार्य करते हुए न्यूनतम 30 वर्ष पूरे कर लिए हों तथा उनकी आयु 65 वर्ष या उससे अधिक हो।
साहित्य-निधि सम्मान:
साहित्य के क्षेत्र में कार्य करते हुए न्यूनतम 25 वर्ष पूरे कर लिए हों तथा उनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक हो।
विशिष्ठ कला-साधना सम्मान:
संगीत और दृष्यकला (चित्रकला, कार्टून, आदि विधाओं) के क्षेत्र में कार्य करते हुए न्यूनतम 25 वर्ष पूरे कर लिए हों उनकी आयु 45 वर्ष या उससे अधिक हो।
रंग-पथिक सम्मान:
रंगमंच, सिनेमा (अभिनय, लेखन, निर्देशन) आदि के क्षेत्र में कार्य करते हुए न्यूनतम 20 वर्ष पूरे कर लिए हों तथा उनकी आयु 40 वर्ष या उससे अधिक हो।
उपर्युक्त पुरस्कारों के लिए समाज के गणमान्य साहित्यकारों, संगीतज्ञों एवं कलाकारों से निवेदन है कि अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर केन्द्रित परिचय (बायोडेटा/प्रोफाइल) 10 अक्टूबर, 2016 को सायं 5 बजे तक ‘अनुष्टुप, 13, गायत्री नगर, सोडाला, जयपुर-302006 अथवा 54/151, देवर्षि सदन, पंचवटी मार्ग, मान सरोवर, जयपुर-302020 के पते पर बंद लिफाफे में भिजवाने का श्रम करें। कृपया अपना मोबाइल/टेलीफोन नम्बर सूचित करें।
शोध-शास्त्री सम्मान:
शैक्षणिक वर्ष 2015-16 के दौरान पी.एच.डी./डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करने वाले शोध-शास्त्री डिग्री/प्रमाणपत्र की प्रमाणित प्रति एवं पासपोर्ट साइज की दो नवीनतम फोटो (एक समाचार-पत्र के लिए और दूसरी प्रमाणपत्र पर चिपकाने के लिए) के साथ निम्न निर्धारित प्रपत्र में भिजवाएं।
शोधशास्त्री सम्मान हेतु प्रपत्र
स्नातकोत्तर उपाधि किस विश्वविद्यालय से ग्रहण की, श्रेणी, विषय व वर्ष ------------------------------
पी.एच.डी./डॉक्टरेट में शोध का विषय---------------------------------------------विश्वविद्यालय का नाम----------------------------------------------------------
पी.एच.डी.की डिग्री अवार्ड होने का वर्ष-------------------------------------------
किसके निर्देशन में शोध किया-----------------------------------------------------
क्या शोध प्रकाशित भी हुआ है ,यदि हां तो प्रकाशक का नाम---------------------
क्या आप जोब में हैं, यदि हां, तो प्रतिष्ठान का नाम--------------------------------
आप वहां किस पद पर पदस्थापित हैं ---------------------------------------------
हस्ताक्षर-------------------------------
पूरा नाम-------------------------------
मोबाइल/टेलीफोन नम्बर----------------------
प्रविष्टि की अन्तिम तिथि तथा पता
प्रविष्टि 10 अक्टूबर, 2016 को सायं 5 बजे तक अनुष्टुप, 13, गायत्री नगर, सोडाला, जयपुर-302006 अथवा 54/151, देवर्षि सदन, पंचवटी मार्ग, मान सरोवर, जयपुर-302020 के पते पर भिजवाएं। विलम्बित प्रविष्टियां अस्वीकार्य होंगी।
डा. प्रेमचन्द गोस्वामी-स्मृति पुरस्कार:
समाज के ख्यातनाम चित्रकार, साहित्यकार एवं पत्रकार रहे डा. प्रेमचन्द्र गोस्वामी की स्मृति में लेखन, चित्रकला एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सजातीय पुरूष/महिलाओं से “डॉ० प्रेमचन्द्र गोस्वामी स्मृति-पुरस्कार” के लिए निर्धारित प्रपत्र में प्रस्ताव आमंत्रित किए जाते हैं। इस वर्ष यह पुरस्कार चित्रकला के लिए प्रदान किया जाएगा। प्रस्ताव स्वयं के द्वारा अथवा अनुशंशक द्वारा भिजवाए जा सकते हैं। इस पुरस्कार के अन्तर्गत चयनित व्यक्ति (पुरूष/महिला) को रू0 5100, -की नकद राशि एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। यह पुरस्कार डा. प्रेमचन्द्र गोस्वामी के सुपुत्र श्री तटस्थ गोस्वामी द्वारा प्रायोजित किया गया है।
पुरस्कार हेतु चयन करते समय पिछले तीन वर्षों की उपलब्धियों एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन को योग्यता का आधार बनाया जाएगा। अतः पुरस्कार हेतु घोषित विधा में आवेदन करते समय आवेदक अपने तीन वर्षों की उपलब्धियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत करेंगे।
इस वर्ष चित्रकला के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सजातीय महिला/पुरुष निर्धारित प्रारूप में स्वयं अथवा अन्य व्यक्ति की अनुशंशाएं (जिस पर मूल रचनाकार की सहमति आवश्यक है), आमन्त्रित हैं।
प्रविष्टि की अन्तिम तिथि:
आवेदन एवं अनुशंशाएं दिनांक 10 अक्टूबर, 2016 तक तैलंग कुलम समाज के कार्यालय के पते सचिव, तैलंग-कुलम समाज 13, गायत्री नगर, सोडाला-302006 अथवा 54/151, देवर्षि सदन, पंचवटी मार्ग, मान सरोवर, जयपुर-302020 में पहुंचाना सुनिश्चित करावें ताकि पुरस्कार के लिए प्राप्त आवेदन एवं अनुशंशाओं पर निर्णायक समिति द्वारा निर्णय लिया जाकर पुरस्कार की घोषणा की जा सके। “डा0 प्रेमचन्द्र गोस्वामी स्मृति-पुरस्कार: 2016” के लिए पुरस्कार के दावे के लिए किसी अन्य संस्था द्वारा प्रदत्त पुरस्कारों को विषिष्टता/प्राथमिकता प्रदान नहीं की जाएगी।
निर्णायक समिति का निर्णय अन्तिम और मान्य होगा जिसके विरूद्ध कोई आपत्तियां स्वीकार्य नहीं होगी।
“डा0 प्रेमचन्द्र गोस्वामी स्मृति-पुरस्कार: 2016” के लिए(चित्रकला के क्षेत्र में)
आवेदन प्रारूप
(स्वयं के स्तर पर सादे कागज पर (ए-4 साइज) में आवेदन पत्र हस्तलिखित एवं प्रिन्टेड प्रस्तुत करें )आवेदन/अनुशंशा करने वाले का नाम एवं पता:-----------------------------------
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जन्म तिथि एवं आयु:----------------- शिक्षाः--------------------------------
01 अप्रेल 2014 से 31 मार्च, 2016 की अवधि में आवेदक द्वारा प्रदर्शित एकल एवं सामूहिक प्रदर्शनी का विवरण--------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
उक्त अवधि में चित्रकला के क्षेत्र में आवेदक द्वारा प्राप्त अन्य उपलब्धियों का विवरण: ---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
उक्त अवधि में आवेदक की कोई बहुवर्वित कृति जिसका वह उल्लेख करना चाहे:-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
उक्त अवधि में आवेदक चित्रकार को प्राप्त पुरस्कार/सम्मान/उपाधि आदि का विवरण:(प्रमाण संलग्न कराए जा सकते हैं।)
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आवेदन/अनुशंशा करने वाले का
नाम एवं हस्ताक्षर
पता एवं मोबाइल/टेलीफोन नं.
नोट: उयर्युक्त समस्त केटेगरीज के आवेदकों से निवेदन है कि वे अपने प्रस्ताव स्पीड पोस्ट सेवा के जरिए भिजवाएं ताकि प्रस्तावों की नियत अवधि तक प्राप्ति होना सुनिश्चित हो सके। -आयोजन समिति)
रामादेवी भट्ट संस्कृति संवर्धन सम्मान:
श्रीमती रामादेवी भट्ट (1912-2002) एक विलक्षण महिला थीं जिन्होंने अपने स्नेहमय व्यक्तित्व से बृहत् तैलंग-कुलम् की विशिष्टता, मर्यादा, अस्मिता, परम्परा, शिष्टाचार, खान-पान, वेश-भूषा, संस्कृति, संगीत, आदि के संयोजन, संरक्षण, और संवर्धन में आजीवन अमूल्य व अविस्मरणीय योगदान दिया। एक ममतामयी लोकोपकारक महिला के रूप में श्रीमती रामादेवी का जीवन-दर्शन अनुकरणीय रहा है। उन्होंने कोई औपचारिक उपाधियाँ नहीं लीं, किन्तु उनका ज्ञान व विवेक अत्यंत प्रभावशाली था।
उन्होंने बाल्यावस्था में ही अपने एक नेत्र की ज्योति खो दी थी, किन्तु वे सूक्ष्म से सूक्ष्म स्वरूप का कार्य कर सकती थीं और उत्कृष्ट पाकशास्त्री थीं। वे भट्ट-तैलंग-गोस्वामी समुदाय के हित में प्रत्येक परिवार के सार्वजनिक और सामुदायिक कार्य के लिए आवश्यकतानुसार सलाह, संरक्षण, सुझाव, निर्देश, सहायता, सम्मति, या समर्थन से आजीवन अपनी गरिमामय उपस्थिति के साथ उपलब्ध रहती थीं। उनके जीवन की सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि वे सभी व्यक्तियों पर बिना किसी भेदभाव के अपना अपार स्नेह समान रूप से बरसाती थीं। चूंकि वे जीवनपर्यंत प्रत्येक व्यक्ति की यथासम्भव सहायता और सहयोग के लिए हमेशा सुलभ रहीं, हमने उनका महत्त्व उस समय तो जाना ही, वस्तुतः आज भी उनकी पावन-स्मृति और उनके कार्यकलाप हमारे प्रेरणा-स्रोत बने हुए हैं।
‘भट्ट-तैलंग-गोस्वामी समुदाय की महिलाओं के प्रति उनका स्नेह, विश्वास व सद्भावना एक अन्य ऐसा पक्ष है जिसका अनुरक्षण व पोषण वे निरंतर करती रहीं। समुदाय के परिवारों के सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यों में महिलाओं की महती भूमिका को वे सदा महत्त्व देती थीं और उसका समुचित आदर करती थीं। उनका यही सोच इस सम्मान के प्रायोजकों के मानस पर अंकित रहा है और उसी अनुराग के प्रति अपना आदर व्यक्त करने के लिए उन्होंने एक पुरस्कार “रामादेवी भट्ट संस्कृति संवर्धन सम्मान”” - की स्थापना की है।
सन् 2015 से (रु. 5001,पांच हज़ार एक रुपये) के उक्त पुरस्कार, शाल व श्रीफल द्वारा प्रतिवर्ष एक ऐसी विशिष्ट महिला का सम्मान करने की योजना है जिसका भट्ट-तैलंग-गोस्वामी समुदाय की परम्पराओं, रीति-रिवाज़ों, संस्कारों, सामाजिक-सांस्कृतिक-धार्मिक आयोजनों, शिष्टाचार, संगीत, आदि के संयोजन और संरक्षण में प्रशंसनीय भूमिका रही है। ‘तैलंग-कुलम् समाज ऐसी आदरणीय महिलाओं के विषय में स्वयं उन्हीं के द्वारा या अन्य आधिकारिक स्रोतों से जानकारी प्राप्त कर समिति को उपलब्ध कराएगी, जिसकी अनुशंसा से यह सम्मान प्रतिवर्ष समाज की वयोवृद्ध महिला को जिसका सामुदायिक संस्कृति के संवर्द्धन में विषिष्ट योगदान रहा हो, को इस सम्मान के प्रायोजकों द्वारा समाज के माध्यम से प्रदान किया जाएगा।
मातृ-स्मृति कोष:
इस कोष का गठन 2013 में किया गया था। जो पुत्र/पुत्रियां मातृ वियोग की पीड़ा सहन कर रहे हैं तथा अपनी जन्मदात्री मां की स्मृतियों को अक्षुण्ण बनाए रखना चाहते हैं, वे इस कोष में 1100 रू. वार्षिक का आर्थिक सहयोग प्रदान कर सकते हैं। इस राशि का उपयोग प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहन राशि प्रदान कर किया जाता है। इस लिहाज से शैक्षणिक विकास में इस कोष की महती भूमिका रहेगी।
सदस्यता अभियान:
इस वर्ष समारोह में भाग लेने वाले सभी महानुभावों का समाज का प्राथमिक सदस्य बनना अनिवार्य किया गया है। सदस्यता शुल्क प्रति परिवार 200 रू. निर्धारित किया गया है। विवाहित पुत्र/पुत्री को परिवार की इकाई माना गया है। माता-पिता की सदस्यता के लिए या तो वे स्वयं अथवा जिस पुत्र/पुत्री के पास वे निवास की रहे हैं, वह उत्तरदायी होगा। इस उद्देश्य से माता-पिता स्वतंत्र इकाई माने जाएंगे।
सामूहिक-भोज:
इस वर्ष 6 नवम्बर, 2016 को सामूहिक भोज का भी आयोजन किया गया है जिसके लिए प्रति व्यक्ति 150 रू. का कूपन जारी किया जाएगा। 10 वर्ष तक के बच्चो को कूपन से मुक्त रखा गया है। समारोह एवं सामूहिक भोज के लिए स्थान का चयन किया जा रहा है। फाइनल होते ही इसी माध्यम से सूचित किया जाएगा। सभी से निवेदन है कि अधिक से अधिक संख्या में कूपन ले कर समारोह के सह भागी बनें।
कूपन एवं सदस्यता की संकलित करने के लिए जयपुर को जोनवार विभक्त कर जोनवार दल बनाए गए हैं। तदनुसार समाज का प्रतिनिधि आपसे यथासमय सम्पर्क करेगा। कृपया उन्हें अपना अपूर्व सहयोग प्रदान करें तथा कूपन व सदस्यता ग्रहण कर नियत शुल्क प्रदान करने का श्रम करें।
समस्त पदाधिकारी एवं सदस्य व आयोजन समिति
दिनांक 21 सितम्बर, 2016 तैलंग-कुलम् समाज
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